सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा.!!
जितना देखेंगे तुमें उतना ही प्यार आएगा.!!
है इश्क तो फिर असर भी होगा.!!
जितना है इधर उधर भी होगा.!!
जाती नही आँखों से सूरत आपकी,
जाती नही दिल से मोहब्बत आपकी,
महसूस ये होता हैं जीने के लिए
पहले से ज्यादा जरूरत हैं आपकी.
मेरी चाहतें तुमसे अलग कहाँ हैं,
दिल की बाते तुमसे छुपी कहाँ हैं,
तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह,
फिर जिन्दगी को साँसों की जरूरत कहाँ हैं.
इश्क की गलियों में लापता ना हो जनाब
गलियों का क्या भरोसा कब कहां मुड़ जाए..!!
क़ाफी अच्छा लगता है जब भी तू हँसती है,
क्योंकि तेरे एक हंसीं में मेरी जान बसती है!
फर्ज़ मोहब्बत के मैं अदा करता रहूँगा,
तू खुश रहे हमेशा ये दुआ करता रहूँगा!
लफ़्ज़ों के इत्तेफ़ाक़ मे यूँ बदलाव करके देख,
तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख!
मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी अदा के सामने,
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने!
तेरे इश्क में में इस तरह नीलाम हो जाऊँ,
आखरी हो तेरी बोली और में तेरे नाम हो जाऊ!
हजारों की महफ़िल है लाखो मेले है,
जहां तुम नहीं वहा हम अकेले है!
वो इस अंदाज़ में मुझसे मोहब्बत चाहती है,
मेरे ख्वाब में भी अपनी हुकूमत चाहती है!
जरा सी नौटंकी जरा सी नादान है तू,
लेकिन यह भी सच है मेरी जान है तू!
तलब ये हैं कि मुझे तुम मिल जाओ,
और हसरत ये है कि हमेशा के लिए!
राह तकते जब थक गई आंखे,
फिर तुझे ढूंढने मेरी आंख के आसूं निकले!
अपने क़दमों के निशान मेरे रास्ते से हटा दो,
कहीं ये ना हो कि मैं चलते चलते तेरे पास आ जाऊं!